भारत के अनुभवी सलामी बल्लेबाज केएल राहुल ने लॉर्ड्स में इंग्लैंड के खिलाफ तीसरे टेस्ट के तीसरे दिन अपने रिकॉर्ड तोड़ प्रदर्शन के बाद उप-कप्तान ऋषभ पंत की प्रशंसा की और कहा कि वह भी इस बाएं हाथ के बल्लेबाज की तरह शॉट लगाने का सपना देखते हैं। राहुल ने बताया कि शीर्ष क्रम में बल्लेबाजी करना उन्हें बहुत पसंद है। साथ ही उन्होंने पंत के रन आउट मामले पर भी अपनी राय रखी। राहुल ने लॉर्ड्स में सीरीज का अपना दूसरा शतक लगाने के बाद बताया कि फॉर्मूला-1 में काम कर रहे कोचों के मार्गदर्शन में उन्होंने अपनी प्रतिक्रिया समय को बेहतर बनाने के लिए काफी मेहनत की है। राहुल अब तक सीरीज में सबसे भरोसेमंद बल्लेबाज नजर आए हैं। गेंद को अच्छी तरह छोड़ने और देर तक मैदान पर टिके रहने की उनकी क्षमता ने उन्हें इंग्लिश परिस्थितियों में बेहतर प्रदर्शन करने में मदद की है।
उन्होंने कहा, ‘जब कोई मैच नहीं होता तो मैं शांत होकर बैठता हूं और इस तरह के शॉट खेलने और उस तरह की मानसिकता और रवैये के साथ खेलने का सपना देखता हूं। लेकिन हां, यह हमेशा सिर्फ एक सपना रहा है। मैं और पंत क्रिकेट और बल्लेबाजी के साथ बल्लेबाजी के तकनीकी पहलुओं पर भी काफी बातें करते हैं।’ राहुल ने पुरानी यादों को ताजा किया और बताया कि 2023 में एनसीए में रिहैब के दौरान उन्होंने महसूस किया कि पंत खेल के एक गहरे विचारक हैं। उनका दृष्टिकोण एक सुविचारित प्रक्रिया पर बहुत अधिक निर्भर करता है।
लंच से ठीक पहले अंतिम गेंद पर 141 रन की साझेदारी का अंत हुआ। एक तेज सिंगल चुराने के प्रयास में, पंत रन आउट हो गए। उन्होंने 112 गेंद में आठ चौके और दो छक्के की मदद से 74 रन की पारी खेली। राहुल ने लॉर्ड्स में अपना दूसरा शतक बनाया। हालांकि, शतक के तुरंत बाद ही वह आउट हो गए। राहुल को शोएब बशीर ने हैरी ब्रूक के हाथों कैच कराया। उन्होंने 177 गेंद में 13 चौके की मदद से 100 रन की पारी खेली। यह टेस्ट में उनका 10वां शतक रहा।