Navneet Gurjar’s column – Politics means a wilderness of uncertainty | नवनीत गुर्जर का कॉलम: राजनीति यानी अनिश्चितता का बियाबान
3 घंटे पहले कॉपी लिंक नवनीत गुर्जर अटल जी कहते थे- राजनीति एक बियाबान है। यहां कुछ भी निश्चित नहीं। ठहरा हुआ नहीं। निश्चिंत भी नहीं। उपराष्ट्रपति रहते शायद जगदीप धनखड़ ने भी यही सोचा होगा। तड़पना, गुम हुए लम्हों की खातिर। कई अनजान वादों से गुजरना। अधूरी, नामुकम्मिल कोशिशों के दर्द। इन सबके साथ […]