बिहार में 1.5 करोड़ घरों में बूथ स्तर अधिकारियों (बीएलओ) की पहली यात्रा आज पूरी हो गई है और राज्य में चल रहे विशेष तीव्र पुनरीक्षण (एसआईआर) प्रक्रिया के तहत अब तक कुल 7,89,69,844 यानी लगभग 7.90 करोड़ मतदाताओं में से 87 प्रतिशत से अधिक नामांकन फॉर्म (यानी 6,86,17,932 फॉर्म) वितरित किए जा चुके हैं। चुनाव आयोग ने यह जानकारी दी है।
आयोग ने बताया कि बाकी घर या तो बंद थे या उनमें मृत मतदाता रहते थे या वे प्रवासी हो सकते हैं या यात्रा पर गए होंगे। चूंकि, बीएलओ तीन बार घरों पर जाएंगे, इसलिए यह आंकड़ा आगे और बढ़ सकता है। चुनाव आयोग ने बताया कि आंशिक रूप से भरे हुए फॉर्म चुनाव आयोग की वेबसाइट (https://voters.eci.gov.in) और ECINET ऐप पर डाउनलोड के लिए भी उपलब्ध हैं और मतदाता स्वयं ECINET ऐप के जरिए भरे हुए फॉर्म अपलोड कर सकते हैं।
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एसआईआर प्रक्रिया में सहयोग कर रहे बीएलए
इसके अलावा, विभिन्न राजनीतिक दलों की ओर से नियुक्त किए गए 1,54,977 बूथ स्तर एजेंट (बीएलए) भी एसआईआर प्रक्रिया में सक्रिय रूप से सहयोग कर रहे हैं। दो जुलाई तक भाजपा ने 52,689 बीएलए नियुक्त किए हैं। इसके बाद राजद ने 47,504; जेडीयू ने 34,669; कांग्रेस ने 16,500; राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी ने 1913, भाकपा माले (लिबरेशन) ने 1271, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) ने 1153, माकपा ने 578, राष्ट्रीय लोक समता पार्टी ने 270 बीएलए नियुक्त किए हैं। इसके अलावा, बसपा (74), एनपीपी (3) और आम आदमी पार्टी (1) ने भी अपने एजेंट तैनात किए हैं। हर बीएलए एक दिन में अधिकतम 50 प्रमाणित फॉर्म जमा कर सकता है।
‘बीएलओ प्राप्त कर चुके 38 लाख भरे हुए फॉर्म’
चुनाव आयोग ने बताया, अब तक करीब पांच फीसदी भरे और हस्ताक्षरित फॉर्म यानी करीब 38 लाख फॉर्म बीएलओ प्राप्त कर जा चुके हैं, जो पूरी ईमानदारी से काम कर रहे हैं। उनका एकमात्र उद्देश्य ‘पहले समावेश’ (Inclusion First) है, जिसे आयोग बार-बार दोहराता रहा है। एसआईआर के अनुसार, किसी भी मतदाता का नाम 1 अगस्त 2025 को प्रकाशित होने वाली प्रारंभिक मतदाता सूची में शामिल कराने के लिए आवश्यक शर्त यह है कि प्री-प्रिंटेड नामांकन फॉर्म को 25 जुलाई 2025 से पहले हस्ताक्षर करके जमा किया जाए। साथ ही, अपलोड किए गए फॉर्म का सत्यापन भी शुरू कर दिया गया है। कुछ जगहों से संदेह जताए जाने के बावजूद आयोग का मानना है कि एसआईआर के जरिए सभी पात्र लोगों का नाम शामिल किया जाएगा।
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30 सितंबर को जारी होगी अंतिम मतदाता सूची
आयोग के उप निदेशक पी. पवन की ओर से जारी बयान में कहा गया, प्रत्येक प्राप्त फॉर्म के साथ लगे या न लगे दस्तावेजों के आधार पर पात्रता की जांच की जाएगी। प्रारंभिक मतदाता सूची के 1 अगस्त को प्रकाशित होने के बाद 2 अगस्त 2025 से सत्यापन का काम जोरशोर से शुरू किया जाएगा। उसी दिन से कोई भी राजनीतिक दल या आम नागरिक प्रारंभिक सूची में दावे और आपत्तियां दर्ज कर सकता है। अंतिम मतदाता सूची 30 सितंबर 2025 को प्रकाशित की जाएगी। इसके बाद जिलाधिकारी (डीएम) और मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) के समक्ष भी अपीलें दाखिल की जा सकेंगी।